दो दिन पहले अमेरिका और युरोप ने हलोवीन मनायी । कई मिलियन टन कद्दू 🎃 बर्बाद कर दिए गए और कद्दू के अंदर लाइट्स भी लगायी गयीं । किसी ग्रेटा या अगीता का नॉर्थ पोल नहीं पिघला और किसी वोक वामपंथी ने उन बर्बाद होते कद्दू के समक्ष किसी भूखे की पेट नहीं दिखी ।
इसी हलोवीन पर करोड़ों लोगों ने ( युरोप और अमेरिका मिलाकर ) प्लास्टिक के डरावने कपड़े पहने और फेंक दिए पर उस करोड़ों टन प्लास्टिक की बर्बादी पर किसी ने चूँ नहीं करी , किसी ने लेक्चर नहीं दिया ।
अभी पाँच नबंवर को “ गाय फ़ॉक्स डे “ इंग्लैंड में मनाया जाएगा और आतिशबाजी होगी । कोई कम्पनी लेक्चर नहीं देगी । इंग्लैंड के हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के पास महत्वपूर्ण काम हैं वे भारत के मीलाटों के जैसे केवल अपने त्योहारों पर नहीं जगते ।
एक डेढ़ महीने में करोड़ों क्रिसमस ट्री बेचारे काट दिए जाएँगे । किसी को कोई अन्तर नहीं पड़ेगा ।
31 दिसंबर की रात हर देश के हर शहर में आधिकारिक आतिशबाजी होगी । न्यूज़ीलैंड से अमेरिका तक । किसी के कुत्ते को डर नहीं लगेगा ।
परन्तु जैसे ही सनातनी भारत में पर्व आएगा , और वह सनातनी भारत जो पृथिवि जल अग्नि वायु और अवकाश को पंचभूत और अपने शरीर को भी उन् पंचभूतों से बना हुआ मानता है उस अनादि परंपरा को अधकचरा ज्ञान देने आलिम पैदा हो जाएँगे ।
*सामुहिक रूप से , जो भी कंपनी और ब्रांड दीपावली पर नॉर्थ पोल पिघला रही हो और 31 दिसंबर को कोमा में चली जाती हो उसकी भरपूर उपेक्षा कर दें ।*
- अमेरिका प्रवासी राज शेखर जी तिवारी द्वारा लिखित ।
आप तो पूरे आनंद और हर्षोल्लास से पंचदिवसीय पर्व को उत्साह वाले वातावरण में मनाइए !! अशेष शुभकामनाएं !!
_________🌱_________
*शनि-रवि-सोम प्रेरक प्रसंग । कभी कभी समकालीन चर्चा ...* 👉🏼
https://chat.whatsapp.com/LyO8nzklystFJrjjcdbfrT
-------------🍂-------------
telegram ग्रुप ...👉🏼
https://t.me/joinchat/z7DaIwjp8AtlNzZl
______🌱_________
Please Follow...
https://dulmera.blogspot.com/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें