पहली गाली पर सर काटने की शक्ति होने बाद भी यदि 99 और गाली सुनने का 'सामर्थ्य' है...तो वो कृष्ण हैं।
'सुदर्शन' जैसा शस्त्र होने के बाद भी यदि हाथ में हमेशा 'मुरली' है... तो वो कृष्ण हैं।
द्वारिका' का वैभव होने के बाद भी यदि 'सुदामा' मित्र है... तो वो कृष्ण हैं।
मृत्यु' के फन पर मौजूद होने पर भी यदि 'नृत्य' है... तो वो कृष्ण हैं।
'सर्वसामर्थ्य' होने पर भी यदि सारथी' बने हैं...तो वो कृष्ण हैं।
ब्रज में आनंद भयो
जय कन्हैयालाल की!
सभी भारतीयों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 😊
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