आओ चिन्तन करें !!
मम्मी... ..मम्मी! यह सेक्स क्या होता है?"
सात- आठ साल के राहुल ने जब किचन में काम करती अपनी मां से पूछा ....तो एकाएक उसके हाथ रुक।गए ..... दिमाग में अनेकों विचार आने लगे ।
फिर गुस्से में बोली- "क्या बकवास करता है? कैसे बच्चों के संग रहने लगा है? क्या- क्या देखता रहता है? आने दे अपने बाप को.... आज तेरी कुटाई ना करवाई , तो देखना!"
राहुल मायूस सा.. लैपटॉप पर काम करती अपनी बड़ी बहन के पास आया -"दीदी! यह सेक्स क्या होता है?
"क्या? तेरा दिमाग खराब है? पढ़ता लिखता नहीं क्या तू? आने दे पापा को। करती हूं तेरी शिकायत"!
फिर राहुल डरते हुए अपने बड़े भाई के पास पहुंचा- "भैया भैया ! सेक्स क्या होता है?"
"अबे !तेरा दिमाग खराब है। यही पढ़ा रहे क्या स्कूल में आजकल ? चल भाग यहां से"।
शाम को पापा के आने पर सब इकट्ठा हुए......
राहुल की शिकायत जो करनी थी।☹️☹️
राहुल ने.... सबका मुंह देखते हुए अपने पापा से पूछा - " पापा पापा ! यह सेक्स क्या होता है?"
अब तो पापा जी भी सकपका गए .....और अचकचाते हुए बोले - "क्या बकवास लगा रखी है? आजकल यही सब सीख रहा क्या तू? तेरी शिकायत करता हूं पीटीएम में!"
राहुल चारों का मुंह देखते हुए- "अरे! कोई तो बता दो । मैम ने यह फॉर्म भरने को कहा है ।....इसमें सेक्स के कॉलम के आगे क्या लिखूं?.""......
क्या आपको भी सिर्फ सुनने की आदत है?...
समझने की नहीं । खासतौर से तब.... जब आपके बच्चे आपसे बात करें । तो आपको बच्चे पर नहीं...... स्वयं पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।🤔🤔
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*शनि-रवि-सोम प्रेरक प्रसंग । यदा कदा तत्कालीन प्रसंग - स्वास्थ्य - हास्य ...* 👉🏼
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